Sunday, July 28, 2019

भाग्य

विषय मुक्त रचनाएँ
विषय युक्त नमस्कार।
संचालक को नमस्कार।
प्यार ही जीवन,
प्यार ही भगवान।
प्यार,प्यार,प्यार,
लौ  किक  लौकिक  प्यार,
लात मारता,मनुष्य  बनता गेंद।
कैकेयी  से प्यार,वचन
राम का वन वास,
दशरथ का पुत्र शोक।
कुंती  का मंत्र प्रेस,
निर्दयी व्यवहार अपने
नवजात  शिशु से।
समाज से डर,कबीर  शिशु
तालाब किनारे।
अलौकिक प्रेम गीता,
पडोसिन  नहीं,
भगवद्गीता से।
जीवन मुक्त।
विषय मुक्त।
परमानंद, ब्रह्मानंद।
स्वरचित स्वचिंतक
 यस अनंत कृष्णन

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