परिषद को प्रणाम।
आदी मुद्रा के चित्रण।
योगाभ्यास में सीखा।
अंगूठा पंजे में दबाकर,
चार उंगलियों से
बंद कर देखो।
यह आदी मुद्रा।
बच्चा जब कोख में
रहता तभी ऐसी मुद्रा।
अतः नाम पडा आदी मुद्रा।
सहज प्राणायाम/ नियंत्रण प्राणायम में,
दोनों मुट्ठी ना भी पर रखो।
साँस खींचने में नियंत्रण रखो।
लाभ तो अधिक, पर यह भारतीय कला,विदेश में प्रचलित।
अच्छाइयों को भारत से चलने दीजिएगा। पर भूलना तो अति मूर्खता।
आदी मुद्रा योगाभ्यास करें।
अपनी,तोंद, चर्बी चढना
साँस घुटने सब से बचिए।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंत कृष्ण की प्रार्थनाएं। ,
आदी मुद्रा के चित्रण।
योगाभ्यास में सीखा।
अंगूठा पंजे में दबाकर,
चार उंगलियों से
बंद कर देखो।
यह आदी मुद्रा।
बच्चा जब कोख में
रहता तभी ऐसी मुद्रा।
अतः नाम पडा आदी मुद्रा।
सहज प्राणायाम/ नियंत्रण प्राणायम में,
दोनों मुट्ठी ना भी पर रखो।
साँस खींचने में नियंत्रण रखो।
लाभ तो अधिक, पर यह भारतीय कला,विदेश में प्रचलित।
अच्छाइयों को भारत से चलने दीजिएगा। पर भूलना तो अति मूर्खता।
आदी मुद्रा योगाभ्यास करें।
अपनी,तोंद, चर्बी चढना
साँस घुटने सब से बचिए।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंत कृष्ण की प्रार्थनाएं। ,
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