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Tuesday, June 11, 2019

कल्पना

जिंदगी
दोस्तों  को नमस्कार।
हर देश  के मनुष्य रूप-रंग अलग-अलग।
टमाटर  के रूप रंग आकार भी अलग-अलग।
 गुण अलग-अलग, विचारो, सोचो,कल्पना  करो।
मित्रों को ,इष्ट-मित्रों को,
अनिष्ट  मित्रों  को,
हिंसात्मक अहिंसात्मक आविष्कारों को,
कृतज्ञ -कृतघ्न लोगों को,
त्यागियों को,भोगियों को,
आध्यात्मिक,आस्तिकनास्तिकलोगों को।
देशभक्तों को,देश द्रोहियों को,
सोचो,समझो,विचारो, कल्पना करो,
पति-पत्नी प्रेम,नफरत, वेश्या,अवैध संबंधों  को,ईर्ष्यालु, दयालू निर्दयी
सब को सोचो,विचारो,कल्पना करो
सोचो,विचारो,
कल्पना करो,क्या होगा?
नया रामायण, नया महाभारत
युगानुकूल  उपन्यास, चित्र पट,
साहित्य अकादमी पुरस्कार,
पद्म पुरस्कार सब के सब मिलने का
हवामहल बाँध लो ।
आशा निराशा  में, जिंदगी गुजर जाएगी।
भाग्य  बल,बुद्धि  बल का
पता लग जाएगा।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंत कृष्ण की प्रार्थनाएं।

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