Thursday, June 27, 2019

आनंद

प्रणाम सज्जनों।
आनंद  । कितने प्रकार।
आकर्षण  कितने  प्रकार।कितने  आकर्षित।
आज पता चल जाएगा।
संचालक को नमस्कार।
आयोजन  मेरा नाम,
धन्यवाद।
आनंद  कितने  प्रकार।
 सुना परमानंद।
सुना ब्रह्मानंद।
शिशु के  स्तन पान में,
माँ  का आनंद।
तीर्थयात्रा  में  भक्तों  को आनंद।
मिथ्या वादा देने में,
राजनैतिक
 उम्मीदवारों  को,
मिथ्या  वादों  को
सुनने में  मतदाताओं को आनंद।
एनकेनप्रकारेन जीतने में  आनंद।
कुछ  लोगों को
देने में  आनंद।
कुछ  लोगों  को
लेने में  आनंद।
पाने में  आनंद।
त्याग  में  आनंद।
भोग में  आनंद।
मिलने में  आनंद।
दिल चुराने में आनंद।
चोरी करने में  आनंद।
डाका डालने में  आनंद।
 कवि का आनंद,
गाने का  आनंद।
वाद्ययंत्र  का आनंद।
कितने आकर्षक, कितने आकर्षित, कितने आनंद  प्रद पता चलेगा  आज।
ऐसे  भी लोग  हैं,
ठगने में, इज्जत
लूटने में ,
दूसरों को हँसी  उड़ाने में,
अस्थाई  आनंद में  आकर्षित।
आनंद  ब्रह्मानंद।
स्वर्गिक आनंद।
 आज के लेखक की
लेखनी से आत्मानंद।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंत कृष्ण की प्रार्थनाएं

No comments:

Post a Comment