पोशाक हमारेपूर्वजों ने हर जगह जलवायु के अनुसार ही बनायी है.
ऊनी ,सूती. ढीले कपडे. हवादार. आज कपडे अंग प्रदर्शन चिपकी पोशाक.
कहते हैं नियंत्रण-संयम की बात. अश्लीली फ़िल्म.अंतर्जाल की माया
एकअर्द्ध या पूरे नग्न दर्शक लाख; माया से बचना कितना संभव.
रूपवती शत्रु , अतिरूपवती सीता पति राम के दुःखके कारण;
अंगप्रदर्शनी पोशाक युवकों का आकर्षण
जानती बहनें आजकल बेचारे युवकों को छेड़ने लगती.
प्यार महल ताजमहल, मुमताज के असली पति की हत्या;
शाहजहाँ कितना क्रूर ,वह तोअपनी बेटी प्रेयसी कोजिन्दा उबालते पानी में दाल
मार डाला. महल तो सुन्दर, वह तो प्रेमकी निशानी नहीं,
हत्या कामहल; असलियत छिपा बोल रहे हैं प्रेम की निशानी.
जितना अन्याय सबको छिपाना--कबीर ने कहा--माया महा ठगनी.
पोशाक सही नहीं तो वैसी लड़कियों को समाज अति कुदृष्टि से देखेगी भारत में.
ईश्वर ने ऐसेही बनाया है; इंद्राको बद नाम ,चन्द्रको बदनाम. रावण को बदनाम;
सोचो; समझो ,
आगे पोशाक शरीर ढकने ,
न चिपक दर्शन.
जरा सोचो . अपने को भद्र बनालो.
ऊनी ,सूती. ढीले कपडे. हवादार. आज कपडे अंग प्रदर्शन चिपकी पोशाक.
कहते हैं नियंत्रण-संयम की बात. अश्लीली फ़िल्म.अंतर्जाल की माया
एकअर्द्ध या पूरे नग्न दर्शक लाख; माया से बचना कितना संभव.
रूपवती शत्रु , अतिरूपवती सीता पति राम के दुःखके कारण;
अंगप्रदर्शनी पोशाक युवकों का आकर्षण
जानती बहनें आजकल बेचारे युवकों को छेड़ने लगती.
प्यार महल ताजमहल, मुमताज के असली पति की हत्या;
शाहजहाँ कितना क्रूर ,वह तोअपनी बेटी प्रेयसी कोजिन्दा उबालते पानी में दाल
मार डाला. महल तो सुन्दर, वह तो प्रेमकी निशानी नहीं,
हत्या कामहल; असलियत छिपा बोल रहे हैं प्रेम की निशानी.
जितना अन्याय सबको छिपाना--कबीर ने कहा--माया महा ठगनी.
पोशाक सही नहीं तो वैसी लड़कियों को समाज अति कुदृष्टि से देखेगी भारत में.
ईश्वर ने ऐसेही बनाया है; इंद्राको बद नाम ,चन्द्रको बदनाम. रावण को बदनाम;
सोचो; समझो ,
आगे पोशाक शरीर ढकने ,
न चिपक दर्शन.
जरा सोचो . अपने को भद्र बनालो.
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