खुदा नजर करता है अपनी ताकत ;
उसी की ,
तालीम .
मनुष्य ठगाने, डराने
बनाता है खुदा रूप.
बीमारी, गरीबी, अमीरी
ईश्वर की देंन.
इसी बहाने चालाकी
कमाता है झाड़ू-मन्त्र के नाम.
न किसी को अल्ला पर भरोसा.
दलालों के पीछे पड़,
इंसान-इंसान से लडवाकर,
समझता है ,समझाता है मजहबी.
यकीनन वह है मतलबी.
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