Wednesday, May 1, 2019

चित्र लेखन --मज़दूर (मु )

चित्र लेखन --मज़दूर  (मु )
मजदूर ।
महान,
जग निर्माता
दुश्वार काम
दुष्ट रक्षक
द्वार् पालक
 मजदूर।
बिना मजदूर कृषी  के
भूखों मरता मानव।
राज न तो
 राज के अधीन मजदूर न तो
सर्दी धूप मेँ न बचते।
मजदूर संघ मजबूत  न तो
वे नंगे भूखे रह जाते।
चमार  न तो पाद रक्षा नहीं।
बढ़ई  न तो दरवाजा नहीं।
पेशेवर सदा गरीब।
नाविक न तो राम भी न
पार कर सकता नदी।
 मजदूर दिवस रोज ही।
मजदूरों को सलाम।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंत कृष्ण ।

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