Tuesday, May 14, 2019

परिवर्तन

परिवर्तन  भगवान का अटल नियम।
मनुष्य की उम्र जीने की आयु बढेगी।
यह भी ईश्वर लीला।
मनुष्य जीवन आदर्श से हटकर
पैसे  और तत्काल आनंद के लिए
सत्य से हटता  असंतुष्ट  जीवन अशांति,मनमाना आनंद ऐसे ही बढकर कलियुग में अप्रसन्न अकेलेपन जीवन में प्रसन्नता का नाटक खेलगा।
अकेले जीवन में शान्ति नीन्द की गोली,नशीली पदार्थ,व्यभिचारी,पति - पत्नी में तलाक ,परिवर्तन,पुत्र अनाथ।
अमेरिका जैसे असली पिता,माता का पता लगाने जीन् टेस्ट, संतान हीं करोड़पति,अव्वैयार ने कहा-- मेहनत कर बचाए जमाये धन और किसी को भोगने के लिए।
हर परिवार के अध्ययन से पता   चलता है कि  आर्थिक,वैज्ञानिक सुख   सुविधाओं की कमी नहीं।पर मानसिक शान्ति की कमी हैं, जिसका अनुभव मेरी अमेरिका यात्रा में भी मैने किया।
करोड़पति उसकी पत्नी दूसरे से शादी कर ली,वह भी दूसरे  की पत्नी से।
पहले पति का पुत्र,नये पति का पुत्र,पहली पत्नी का पुत्र,दूसरी पत्नी का पुत्र एक दूसरे से मिलने आते ।
मिलान में जो करुणा रस है,वह प्रत्यक्ष
देखने से ही पता चलेगा।जीना,अर्थ जोड़ना सार्थक जीवन  नहीं।
इसका  लाभ  नकली  सन्यासी, शराब खाना,वैद्य उठा रहे है और वैज्ञानिक
कारखाने के मालीक।मालिक ।
अर्थ हीं दुख,अर्थ सहित दुख
गरीबी दुख, अमीरी दुख।
यही नश्वर संसार का सार बन जाता  है।
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ

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