भले ही भगवान हो,
ज्ञान के प्रकाश फैलाता है.
भरोसा श्रद्धा -भक्ति
अपने आप जगना है.
भगवान असुर को भी वर देता है.
भक्तों के भी.
पागल, अंधे,बहरे, लूले- लंगडे
इत्तिफाक से मनुष्य को बुद्धि दी है,
एक छापेखाने के मालिक ने अपने लाभ के लिए अफवाहें फैलाई कि 200नोटिस छपकर बाँटो,
मालामाल हो जाओगे, भगवान के
प्रत्यक्ष दर्शन मिलेंगे.
देखा, छापाखाने का मालिक
मालामाल बन गया.
भक्त प्रहलाद, ध्रुव, भक्त त्याग राज, रमण महर्षि, महावीर, बुद्ध, नानक, मुहम्मद, ईसा देखिए.
केवल भक्ति की, धर्म कर्म अपनाया.भगवान का नाम जपो,
मनो कामनाएँ पूरी होंगी. बाकी सब मिथ्याडंबर की भक्ति है.
ज्ञान के प्रकाश फैलाता है.
भरोसा श्रद्धा -भक्ति
अपने आप जगना है.
भगवान असुर को भी वर देता है.
भक्तों के भी.
पागल, अंधे,बहरे, लूले- लंगडे
इत्तिफाक से मनुष्य को बुद्धि दी है,
एक छापेखाने के मालिक ने अपने लाभ के लिए अफवाहें फैलाई कि 200नोटिस छपकर बाँटो,
मालामाल हो जाओगे, भगवान के
प्रत्यक्ष दर्शन मिलेंगे.
देखा, छापाखाने का मालिक
मालामाल बन गया.
भक्त प्रहलाद, ध्रुव, भक्त त्याग राज, रमण महर्षि, महावीर, बुद्ध, नानक, मुहम्मद, ईसा देखिए.
केवल भक्ति की, धर्म कर्म अपनाया.भगवान का नाम जपो,
मनो कामनाएँ पूरी होंगी. बाकी सब मिथ्याडंबर की भक्ति है.
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