Friday, May 25, 2018

मित्र

मित्रों को नमस्कार.
स्वस्थ  तन, मन, धन से
अनंत काल ईश्वर की कृपानुग्रह
प्राप्त होने मेरी प्रार्थनाएँ.
जय हिंदी!  जय हिंद!
जग पहचानना,
जग व्यवहार  पहचानना
 नेक मित्र, ईमानदार  मित्र
सहन शील मित्र,
सदा साथ देनेवाले मित्र,
संकट दूरकरनेवाले मित्र,
सद्यः  सहायक मित्र,
बुद्धि  भ्रष्ट  से बचाने वाले मित्र
 रक्षक-भक्षक मित्र
परखो, जानो,  सिवा
भगवान के कोई नहीं  अगजग में

No comments:

Post a Comment