Thursday, December 12, 2019

आने का बंदीश

नमस्कार। नमस्ते। वणक्कम।
  आने का बंदीश।
उपदेश दिलाने
पाठ सिखाने
स्कूल में  भर्ती  कराने
माता-पिता,
अभिभावक  तैयार।
नौकरी दिलाने,
शादी कराने तक
दायित्व  माता -पिता।
माता पिता के प्रति
पुत्र पुत्रियों का दायित्व  अलग।
निभाने तैयार हो तो सपूत।
निभाने  तैयार  नहीं  तो कुपूत।
पथ दिखाने में  सनातन  धर्म  न चूका।
अंग्रेज़ी  शिक्षण-प्रशिक्षण
इस सनातन प्रवृत्ति  को
मिटाने सनूनद्ध।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंतकृष्णन

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