Monday, December 23, 2019

दिल

नमस्ते।
दिल बचाने का हुनर बताना।
दिल चुराने अलग।
दिल में वास करना अलग।
दिल से दौडना अलग।
दिल से भागना अलग।
दिल से भगाना अलग।
दिल में  भय खाना अलग।
दिल स्थिर रखना ही अलख जगाना।
चंचल  मन माया।
अचंचल मन ध्यान  में।
एकाग्र  चित्त एकांत  में।
 तप में  ध्यान  में।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंतकृष्णन का प्रणाम।

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