Friday, December 13, 2019

बेमौसम

नमस्कार। नमस्ते। वणक्कम।
शीर्षक: बेमौसम के ख्याल।
मौसमी फल -फूल सस्ते।

बेमौसमी में महँगे।
मौसमी सर्दी, गर्मी,
वर्षा,वसंत
आनंदप्रद।
बेमौसमी में उल्टा
परिणाम।
ठीक है,
पर बेमौसमी के ख्यालात।
बालकपन में नौकरी।
जवानी में दरिद्रता।
बुढापे में जवान
लडकी से शादी।
जवानी में कुमारी कुमार
अविवाहित ।
बलातकार,
भ्रष्टाचार,
रिश्वत।
अधिकार का दुष्प्रयोग।
ये सब बेमौसमी ख्यालात।
एक संक्रामक रोग।
मानव मन में अकाल।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंतकृष्णन

No comments:

Post a Comment