इबादत या झूठ।
28-12-2020
नमस्ते। वणक्कम।
खुदा के नाम झूठ।
इबादत के बहाने झूठ।।
प्रार्थना के नाम झूठ।।
स्तुति के नाम झूठ।
झूठ क्या? इबादत क्या?
मजहबी बातें।
कैसे-कैसे ?
भगवान के रूप है?
खुदा के रूप रंग नहीं है?
पाप कर माफी मांग।
पाप से मुक्ति।
मेरे अल्ला बड़े।
मेरे विष्णु विराट रूप।।
मेरे ईसा पापियों के लिए खून बहाया।
तीनों समुद्र के तट पर।
खुदा के नाम इबादत प्रार्थना स्तुति के नाम
आपस में कटकर मरने ही वाले थे,
तत्काल तेज सुनामी तीनों को एक साथ
भूकंप तीनों को एक साथ।
कोराना तीनों को एक साथ।।
विमान दुर्घटना तीनों को
एक साथ उठाकर ले गये।
सर्व रक्षक ईश्वर सब का एक है।
सब की काम वासना एक ।
भूख एक, प्राण देनेवाली हवा एक।।
पानी एक ।
इबादत, प्रार्थना,स्तुति भिन्न।
मनुष्यता भंग करनेवाले ,
मज़हबी झूठ। यही तमाशा इबादत या झूठ।।
बाकी भाव मनोविकार एक।।
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