नमस्ते वणक्कम।
३०-१२-२०२०
साहित्य संगम संस्थान पंजाब इकाई
मौसम .
मौसमों का बदलना,
पसंद हो या न हो,
हर मौसम के चाहक
अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए।
शक्कर और नमक के व्यापारी
वर्षा नहीं चाहते। गर्मी चाहते।
गरम कपड़े के व्यापारी ,
सर्दी चाहते, गर्मी नहीं।
स्कूल के बच्चे वर्षा चाहते
बार बार स्कूल की छुट्टी।।
मरुभूमि और ध्रुव प्रदेश।
मौसम की चिंता नहीं।
छात्रों के लिए
मार्च-अप्रैल वार्षिक
परीक्षा का मौसम।।
अनपढ़ों के लिए भय।।
पढ कर जो परीक्षा देने तैयार हैं,
उनके लिए आनंद का मौसम।।
स्वरचित स्वचिंतक एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई।
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