प्याला / चाय १२-१२-2020
विधा --अ पनी शैली अपना निजी विधा
नमस्ते। वणक्कम।
स्वरचित ---एस। अनंतकृष्णन
प्याला चाय का प्याला ,
कितना प्यार ,दोस्तोंके मिलन में।
खलनायक गरम चाय चेहरे में ,
नायक के पौरुष ,नायिका के प्रेम।
प्रथम नायिका मिलन क्रोध भरी
नायिका चाय का प्याला उंडेलने में।
पति का पत्नी पर पहला अत्याचार प्याला गरम चाय।
स्वरचित स्वचिंतक एस.अनंतकृष्णन
No comments:
Post a Comment