नमस्ते। वणक्कम।
शीर्षक पूजन अर्चन वंदना।
29-12-2020.
स्वरचित स्वचिंतक एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई।
फूलों से अष्टोत्तर, सहस्रनाम,
अर्चना मनोकामना पूरी होने वंदना।।
भारतीय परंपरा ईश्वर वंदना का।।
पू माने फूल। सेय माने करना।
पूजा फूल से सहस्रनाम,
एक एक फूल डालकर अर्चना।।
कर जोड़ ईश्वर से प्रार्थना।।
लाखों नामों की अर्चना भी है।
मानसिक शांति , संतोष ,आनंद
पूजा,अर्चना और वंदना है
मनोकामना होती है पूरी।
अनंत कृष्णन चेन्नै तमिलनाडु
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