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Sunday, July 20, 2025

 भारत भूमि अति प्राचीन भूमि  ।

 ज्ञान भूमि, चरित्र गठन की भूमि,

त्याग की भूमि, ऋषि-मुनियों की भूमि।

 न मजहबी द्वेष, शांति चाहक।

आ सेतु हिमाचल की वास्तुकला अति अद्भुत।

 आध्यात्मिक विचार धारा के भेद

 मिटानेवाले रामेश्वर,काशी।

 राम, राम, शिव शिव नाम जब

 अगजग की एकता की गूँज।

 अपने अपने देश  ,अपने अपने मजहब की

 स्वार्थता मिटाने  का नारा 

 वसुधैव कुटुंबकम् का नारा,

सर्वे जना सुखिनो भवन्तु का मंत्र 

 कभी न सूखने वाली जीव नदियाँ

 हरियाली  बनायी रखती है।

 विविधता प्रकृति के कारण।

विविधता पोशाक  में,

विविधता भाषाओं में 

  पाँच कोषों पर पानी बदले,

बीस कोस पर पानी।

पर एकता देती है

 आध्यात्मिकता।

 शिव नाम, राम नाम,

 त्रिदेवियों के नाम 

 सरस्वती, लक्ष्मी, सरस्वती 

 विचारों की एकता,

 भाईचारा, देश प्रेम 

 भारतीय एकता के मूल में।

 विश्व के आदर्श गीत 

हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में हैं 

भाई भाई, नझगडाना कोई लड़ाई।

 सहनशीलता विश्व बंधुता का आदर्श मार्ग।

 वास्तुकला में, अर्थ शास्त्र में, चिकित्सा में 

 आदर्श है भारत भूमि।

 जय भारत, जय हिन्दी। जय भारतीय भाषाएँ।





 

 

 



 


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