Search This Blog

Tuesday, February 20, 2018

पाप की सजा

पाप की सजा
पाप  की  मात्रा,
जन्म फल, कर्म फल के हिसाब से
माफी या दंड .
 सबहीं नचावत राम गोसाई  का 
उपन्यास  पढिए.

.  एक खूनी साफ साफ बच जाता है.
   उस का बेटा गृह मंत्री  बनता है.
  एक निरपराध  को दंड मिल जाता है.
  दशरथ वेदना में तडपकर मरते हैं.

 अनजान गल्ती से शाप का पात्र बनता हैं.  कर्ण  की सजा,  
 माँ का त्याग,
 कबीर की जीवनी,

सबहीं नचावत राम गोसाई. मोहनदास करमचंद की हत्या,
इंदिरा गांधी की हत्या,
 संजय की  मृत्यु,,
 राजीव की हत्या
कर्म फल या जन्म फल.

 नगरवाला, यल .यन.  मिश्रा ,
 पुलिस अफसर की हत्या,

 शाहजहाँ  का कारावास,
अशोक हत्यारे का महान
अशोक बनना,

सबहीं नचावत राम गोसाई.

No comments:

Post a Comment