Tuesday, February 20, 2018

आत्म मंथन

हमारा आत्म मंथन  ,खुद को सुधारता है,
सामाजिक आत्ममंथन
कभी कभी  बंदर -गौरैया

कहानी बन जाती है.देश भक्तों की आत्म मंथन
त्याग का मार्ग दिखाता है.
सांसद - वैधानिक के आत्म मंथन

आधुनिक काल  में  बदमाशी,
भ्रष्टाचारी, रिश्वतखोरी
न जाने कितनी बातें 
 युवकों को बिगाड  देती.

चित्रपट के मंथन सेयुवक पहले बदमाशी, 
खूनी, बलात्कारी,
मध्यावधि   के बाद
खुद कानून हाथ में ले

पुलिस, सांसद, मंत्री, न्यायाधीश ,
सब को  अपने   नियंत्रण  में.
युवकों में  बुरा प्रभाव.
 यों ही  विचार मंथन व्यक्तिगत सुधार या बिगाड के मूल में.

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