Wednesday, November 27, 2019

घर परिवार

प्रणाम। वणक्कम।
 सब परिवार को नहीं जानते।
सम्मिलित परिवार  नहीं जानते।
परिवार  की सहनशीलता नहीं समझते।
बात बात  पर झगडा।
तलाक।
माता पिता के रहते
कितने ही बच्चे अनाथ।
घर हीन फुटपाथ के परिवार  अच्छे।
 खुली हँसी ,
 मीठी नींद।
पर  बडे घर,
निस्संतान दंपति।
तलाक  की बातें।
एक दुखी खामोशी।
संतानों  की शिक्षा की परेशानी।
तीन साल का बच्चा।
यल।के।जी दो  लाख।
घर एक करोड़,
 पर न जमीन
उनके अपनी ।
 न दीवार
 अपना।
त्रिशंकु  घर।
कमाते  अधिक।
पर  खर्च  कर्जा चुकाने काफ़ी नहीं।
घर का मैनटनन्स चार्ज
 स्कोयर फुट दस रुपये ।
 जिम स्विमिंग पुल,
विभिन्न मैदानी
 खेल के मैदान।
पर न समय
वहाँ  जाने का।
घर परिवार
 मिलकर खाना।
मिलकर जाना।
एकसाथ मंदिर  जाने,
परिवार  एक नहीं।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंतकृष्णन

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