Thursday, August 17, 2023

खुद को पहचानो

 खुदा की अधोगती देखो

खुद को पहचानो।

 नबी को पत्थरों से मारा।

ईसा को  शूली पर चढ़ाया।

 सभी देवों को कारवास में डाला।

 आजके स्नातकोत्तर जमाने में

 युवक कहता है,

कंस ने बहन और बहनोई के  

शारीरिक सुख को प्रधानता दी।

अलग अलग रखता तो 

आठवें पुत्र जन्म नहीं होता।

 महाभारत नहीं कथा।

 कलियुग में दुराचार,

 वहीं बलात्कार त्रेता युग

 द्वापर युग की कथाओं में है 

साहित्य समाज का दर्पण है तो

जानो, समझो, सावधान रहो।।


स्वरचित स्वचिंतक एस.अनंतकृष्णन।

चेन्नै। तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।

स्वरचनाकार ।

अपना अपना  नसीब। 

नसीब के मुताबिक नुकसान फायदा।

 क्रिकेट जुआ, वहाँ भीड़।।

भ्रष्टाचार दल उनकी कामयाबी।।

अंक देनेवाले उस्ताद गुरु

 अंग देनेवाली रंडिया

 इनके साथ  ही पद, अधिकार,धन लक्ष्मी।।

  दुनिया अजीबोगरीब।

 जानो समझो मन को अटल रखो।

 पूर्व चतुर होशियारों ने बताया है,

दुनिया अजब बाजार है,

फूँक -फूँककर कदम रखो।

एस. अनंत कृष्णन।

रचना ईश्वरीय देन का रचनाकार।

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