Saturday, August 12, 2023

आज़ादी

 आज़ादी आसानी से नहीं मिली।

हम स्वतंत्रता हवा की साँस लेते हैं।1947-2023.

मातृभाषाओं का विकास आज़ादी के पहले अधिक था। आज़ादी के बाद अंग्रेज़ी का ही महत्व है।

मैकाले की योजना सफल।

आज़ादी के बाद मेट्रिक सीबीएससी, ऐसी-ऐसी स्कूल ही गाँवों तक। तमिल माध्यम स्कूल बंद।गरीबी रेखा के नीचे तमिल माध्यम।

 स्वतंत्र भारत की प्रगति, इसमें कोई शक नहीं है।

लेकिन भारतीय भाषाओं में 

नौकरी नहीं मिलना ,

भारतीय भाषाओं की महत्व हीनता,वेदना देने के ही बात है।

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