Saturday, August 5, 2023

मानवता न तो मानव

 मानवता न तो मानव मानव नहीं दानव, पशु समान 

स्‌नातक स्नातकोत्तर, पर तलाक का मुकद्दमा अधिक.

आत्मसंयम कम,अवैध संबंध की खबरें अधिक।

आधुनिक शिक्षा में धर्म नहीं,अनुशासन नहीं ।

केवल स्नातक । विश्वविद्यालयों की संख्या अधिक।.

माता -पिता बुढापे में वृद्धाश्रम में। 

नये नाते के बंधन में, आदी नाथा बंद ।

त्यागमय जीवन नहीं,भोगमय जीवन ।

मानवता का,भारतीय संस्कृति का ,

संयम की सीख,अत्यंत है आवश्यक ।

एस.अनंतकृष्णन,तमिलनाडु चेन्नै .

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