Search This Blog

Monday, January 7, 2019

तिरुप्पावै. 24(आंडाल )

दक्षिण  की मीरा आंडाल कृत तिरुप्पावै. 24
हिंदी में
 तीन पग में
दुनिया को नापा,
विकट रूप धरहर.
तेरा कमल पदों पर वंदना.
वामनावतार के चरणों की वंदना.
रामावतार चरणों की वंदना.
दक्षिण  श्री लंका के रावणासुर के संहारक,सीता के रक्षक,श्री राम को प्रणाम. तेरी वीरता को नमस्कार.
चक्रासुरके वधिक  को प्रणाम.
वत्सासुर वत्स के रूप में  आया तो
उसके लाठी बनाकर,
उसको कपित्तासुर पर फेंककर
संहार किये, ईश्वरावतार को प्रणाम.
तगोवर्धन  धारी श्री  कृष्ण  को प्रणाम.
तेरे हाथ के शूल को वंदन.
तुम्हारे  यशोगान  करने आये हैं,
दर्शन देन पधारकर,
अनुग्रह  की वर्षा करना.
तेरा चरण कमल में वंदन.

No comments:

Post a Comment