सब के सब नसीबों का खेल।
जन्म से अंधा बहरा गूँगा
सब न बन सकते हेलन केल्लर।
सब के सब अपने प्रयत्न से बन नहीं सकते
सब के सब लता मंगेशकर।
मन में है बनने
जिला देश।
भाग्य है गडरिया बनने का।
कालीदास का कवि बनना
भाग्य का खेल।
कर्ण का अनाथ होना
माँ का निर्दय होना,
दुर्योधन का मित्र बनना
दानवीर के नाम से
सब कुछ खो देना।
शब्द भेदी बाण ,
दशरथ का गलत प्रयोग
पुत्र शोक से मरने का शाप।
इंदिरा गांधी का अंगरक्षक द्वारा वध।
राजीव गांधी का हिंदी
पद्य सुनाने खड़ी लड़की से स्वर्गवास।
अंबानी का माला माल।
विजयम्ललय अपराधी का
विदेश में आनंद पूर्ण जीवन।
नित्यानंद अपराधी का भारतीय पुलिस की तलाश।
कैलाश मे अलग देश
भ्रष्टाचारियों का चुनाव जीत।
सोचा यों ही अनेक उदाहरण।
भाग्य का खेल बड़ा।
नामी अभिनेता
अमीरों के यहाँ आत्महत्या।
अचानक सुनामी
कोराना,
आँधी तूफ़ान
मानव ही की बुद्धि से बढ़कर एक अमानुषीय शक्ति।
सुदूर तमिलनाडु में रहकर दिल्ली न जाकर
चेन्नई केंद्र में परीक्षा देकर
दिल्ली विश्वविद्यालय स्नातक,
तिरुपति वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय में
सौ रूपये के खर्च में
परीक्षा शुल्क सहित
स्नातकोत्तर,
अपने प्रयत्न से नहीं
देवेन मनुष्य रूपेण
के अनुसार आकर मार्ग दर्शन,
एम.ए. के रिसल्ट आते ही
तुरंत तमिलनाडु में स्नातकोत्तर अध्यापक
मेरे प्रयत्न से भगवान का अनुग्रह प्रत्यक्ष।
एम. ए, तिरूपति में दो साल,
दोनों साल बड़ी भीड़ में से
एक व्यक्ति राजगोपुरम से सीधे मोदीजी प्रधान मंत्री जैसे दर्शन।
पता चला मानव प्रयत्न से बढ़कर ईश्वरीय देन श्रेष्ठ।
डाक्टर राजलक्ष्मी बहन से अति परिचय नहीं।
देवी स्वरूप बहन के अनुरोध से सिफारिश
हस्ताक्षर के कारण
हिंदी साहित्य संस्थान, लखनऊ के सौहार्द सम्मान।
अभी हाल ही में राजभाषा स्वर्ण जयंती के
समारोह में हैदराबाद
में विशिष्ट अतिथि का निमंत्रण।
हिंदी हायर सेकंडरी स्कूल, तिरुवल्लिक्केणी में जहाँ चाँदी चम्मच
( Silver tounge Srinivasa Shastri)
प्रधान अध्यापक थे,
उन महानुभावों की सूची में प्रधान अध्यापक के नाम में मेरा नाम जुड़ना,
दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, चेन्नई बी.एड.कालेज में
अंशकालीन प्राध्यापक की सेवा,
हिमाचल प्रदेश का एम.एड, मेरे प्रयत्न के साथ साथ,
ईश्वर का बड़ा अनुग्रह।
मेरे जीवन में जाना,समझा, पहचाना
सबहीं नचावत राम गोसाईं।
अब मेरे हिंदी ब्लॉग के दर्शक डेढ़ लाख।
तमिल ब्लॉग एक लाख
विश्वभर में यह भी ईश्वर की कृपा।
सबसे बड़ी कृपा मेरी माँ
गोमती का पुत्र बनना।
पऴनी पवित्र शहर मेरा जन्म स्थान।
मिली भगवान कार्तिकेय की बड़ी कृपा।
श्री एम. सुब्रमण्यम जी, ई. तंगप्पन जी, श्रु सुमतींद्र जी, श्री मीनाक्षी जी, वि.एस. राधाकृष्णनजी
प्रधानाचार्य रामचंद्र ना जी
पी.के.बालसुब्रह्मणियम,
डा, वेंकटकृष्णं
डाक्टर सुंदरमजी
आदि निस्वार्थ हिंदी सेवियों का सत्संग।
देखिए अपने प्रयत्न से
गायक बनना चाहा,
भाग्य का खेल मेरा स्वर कर्ण कठोर।
तभी जाना ईश्वर का सूक्ष्म खेल।
भाग्य बड़ा या प्रयत्न।
जाना पहचाना समझा
प्रयत्न की प्रेरणा ईश्वर की देन।
सफलता भगवान का अनुग्रह।
पदवी पूर्व पुण्यानाम लिख्यते जन्मपत्रिका।
एस. अनंत कृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक द्वारा स्वरचित भावाभिव्यक्ति जीवनी।
सच्चा ज्ञान, भगवान की देन।
प्रयत्न की सफलता भगवान की कृपा।
அவனின்றி அணுவும் அசையாது
उसके रहित
कण भी न हिलेगा।
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
आज वरिष्ठ नागरिक की सूची में मेरा छाया चित्र नहीं।
यह भी भगवान की लीला।
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