Thursday, September 24, 2020

 शीर्षक ===फिर मिलेंगे एक दिन।

नमस्ते । वणक्कम।

 फिर फिर मिलना दोस्ती।

विदेशी यात्रा या तीर्थ यात्रा

जाते समय कहना 

फिर मिलेंगे ।।

जहां जाते हैं ,वहां से 

आने की संभावना  कम हो 

तब कहेंगे फिर मिलेंगे एक दिन।।

सबेरे जाकर शाम को आना

 शाम को मिलेंगे।

शायद फिर मिलेंगे?

वह संदेहास्पद।

युद्ध क्षेत्र या दुश्मनी से या होड़ में

हारकर गुस्से में कहना 

फिर मिलेंगे एक दिन।

खेल में हारकर भी फिर खेलेंगे।

फिर मिलेंगे एक दिन।

रेल यात्रा की मित्रता 

कुछ घंटों का तब 

यात्री दोस्ती उससे भी कहेंगे 

फिर मिलेंगे एक दिन।

हम मुख पुस्तिका या

शब्दाक्षर दोस्ती 

मिले ही नहीं फिर  कहेंगे क्या?

विपरीत विचार एक दिन 

समान विचारों से फिर

कविता द्वारा मिलेंगे।

फिर  मिलेंगे एक दिन ।।

प्रेमी या प्रेमिका  शादी न हो सकी।

दूसरों से   हो गई।

तब  फिर मिलेंगे दोस्त बनकर 

या भाभी या देवर बनकर।

जिंदगी में फिर मिलेंगे यही।।

स्वरचित स्वचिं तक 

तमिलनाडु के हिंदी प्रचारक 

हिंदी प्रेमी एस.अनंत कृष्णन 

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