Sunday, September 13, 2020

 करत करत अभ्यास करत


मैं भी हिंदी भाषी नहीं,

ईश्वर के अनुग्रह हिंदी विरोध 

वातावरण में बना हिंदी प्रचारक हिंदी अध्यापक तमिलनाडु में।

कुछ लिखता रहता 

हूं।

प्रयत्न / कोशिश/चेष्टा/प्रयास

फल/मेवा/प्रशंसा/तारिफ 

कौनसा शब्द बढ़िया उचित जानने समझने में देरी।

अलविदा अंतिम विदा समझने 

ईश्वर करुण चाहिए।

मैं मित्रों को भाई बहनों को अलविदा कहता कि  मैं बड़ा पंडित।

ईश्वर करुण जी ने समझाया 

जब उनको अलविदा कहा,

भाई अलविदा तो अंतिम विवदा

आप की हिंदी में सुधार चाहिए।

ऐसी बातें समझाने

 ईश्वर करुण सा  शुभ चिंतक चाहिए।

अब मैं नहीं  कहता अलविदा।

केवल विदा।

No comments:

Post a Comment