Sunday, September 13, 2020

 म🤫😀🤭🤔 हास्य 

मैं हूं रंगीला ,

मैं हूं अपने को

हरा तमिलवाला कहता हूं।

अजब हममें वैज्ञानिक

 तमिल वाले  हैं,गैर वैज्ञानिक।

भ्रष्टाचार में भी वैज्ञानिक , अवैज्ञानिक।

हम हिंदी से चिढ़ते नहीं,

हिंदी से न घृणा।

भगवान नहीं कहा करते,पर

विवश मानना पड़ा।

हम मंदिर जाया नहीं करते।

पर अर्द्धांगिनी जाया करती

हमारे पापों को भी प्रायश्चित करती, मन में भय पर कहते

नारी स्वतंत्रता में धकल नहीं करते।

अब एक मात्र नारा 

हिंदी- संस्कृत को आने नहीं देंगे

पर मत वोट मांगने 

उदय सूर्य चिन्ह कहेंगे।

 हिंदी पढ़ने को रोका नहीं करते।

अतः दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा जिंदा है

चुनाव के सिद्धांत में

हिंदी विरोध नारा मात्र है।

कैसे छोड़ सकते?

हिंदी वालों से हम 

हिंदी में ही वोट के लिए

अनुनय विनय करते हैं।

हिंदी से चिढ़ते नहीं,पर

अवैध संबंध ही रखते।

चुनाव में मजबूर हम।

अपने लाभ के लिए

सत्यता के लिए विरोध करना पड़ता है,पर लोगों में जागरूकता आ गई,पर आशा है "|

हरा तमिल नारा काम आएगा।

स्वरचित स्वचिंतक

अनंत कृष्णन एस।

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