आज का शीर्षक = !आइए कुछ रचे।
दिमाग दिग्गज ।
कुछ रचने की प्ररेणा देता रहता है,
मन रोकता है अतः कुछ रचना
अति मुश्किल बाह्य
मन कुछ जिह्वा कुछ हाथ और कुछ।।
अश्लील बातें,शील बातें।
आध्यात्मिक बातें,भक्ति की बातें
मुक्ति की बातें, शक्ति बातें
कमजोर की बातें,आत्मा की बातें,
परमात्मा की बातें,शतृकी बातें,
मित्रवर की बातें,द्रोह की बातें।
विद्रोह की बातें ,छल की बातें।
शांति की बातें, संधि की बातें।
नई बातें, ताज़ी बातें, बासी बातें
लिखने की बातें अनेक।
स्वरचित स्वचिंतक अनंतकृष्णन, चेन्नै।
चिंतक
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