Wednesday, October 28, 2020

चित्रलेखन

 चित्ररत लेखन।

राम शबरी।   एक चित्र।

बूढ़े के पैर पर गिर कर एक बालक का नमस्कार।


२८-१०-२०२०

शीर्षक साहित्य समिति।

चित्र लेखन।।


चित्र बदल गया।।

विमर्श कविता का चित्र

एक बूढ़े के पैर छूकर आशीर्वाद पाना।

अब ऊपर राम और शबरी।

युग बदल सकते हैं,

विचार बदल सकते हैं।

वोट के लिए भले ही राम भक्त हो

भारत में जाति संप्रदाय भेद

अनश्वर,स्थाई,अटल,आकर्षण नीति अटल।

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नमस्कार।। वणक्कम।।

आजकल ऐसे चित्र,

आश्चर्य जनक लगता है।

गुरु निंदा ,गुरु वेतन भोगी।

छात्र केंद्रित शिक्षा।।

सम्मिलित परिवार की कमी।

वृद्धाश्रम की स्थापना।।

बड़ों के प्रति उदासीनता।।

बड़ों के पैर गिर आशीर्वाद लेना,

अजायबघर का चित्र बन गया।

पुराने संस्कार का यादगार बन गया।।

स्वरचित स्वचिंतक अनंतकृष्णन चेन्नै




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