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Monday, October 13, 2025

मानव के आदर्श लक्षण

 आदर्श जीवन।

एस. अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।

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 आदर्श जीवन 

  आत्मसंतोष देता है,

  अपने दायरे में 

मर्यादा का पात्र  बनाया है।

 मनुष्य और जानवर  में 

 कोई अंतर नहीं है।

 दोनों में काम, क्रोध,  भूख सब बराबर।

 मानवता ही 

मानव को श्रेष्ठ बनाता है।

 मनुष्य में  ज्ञान चक्षु है।

 आदर्श जीवन में 

 अनुशासन प्रधान है।

   मानवतावादी 

   शांत रहता है।

 चेहरे में मुस्कुराहट होता है।

 हँस मुख का चेहरा,

 सब को दोस्ती बनाता है।

 धर्मपरायणता, दानशीलता,

निस्वार्थता,

 वचन का पालन 

 अस्तेय, अपरिग्रह,

 राम समान मर्यादा पुरुषोत्तमता,

 कृष्ण समान लोक रक्षक और मनोरंजन,

 निष्काम सेवा,

 निष्कलंक जीवन,

 आनासक्त जीवन,

 बाह्याडंबर रहित भक्ति।

 आत्मनिरीक्षण,

 आत्मावलंबी,

 चाह रहित जीवन,

 आदर्श  जीवन के लक्षण 

 ये ही।


 

 

 

 


 





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