नमस्ते वणक्कम्।
वक्त/समय/पल
बूँद बूंद में सागर भरता।
पल पल में आयु बढता।
समय पर काम करना है।
भाग्य निर्माता हैं वक्त।
जन्म लेने में वक्त ही प्रधान।
एक ही दिन में जन्म,
जन्म कुंडली के अनुसार
एक राजा, एक भिखारी।
ज्योतिष शास्त्र क्या करता।
तभी वक्ता जन्म दिन या
गर्भ उत्पादन के दिन।
सिरों रेखा लिखकर ही मानव जन्म।
एक ही खानदान,
एक वीर एक कायर।
पाँच मिनट पहले जन्म लेता तो
मैं राजा बन जाता।
यही वक्त का महत्व।
समय किसी की परवाह न करता।
एस. अनंत कृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक
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