आज शनिवार है,
मनुष्य के सुख - दुख में
जग के न्याय परिपालन में
नव - ग्रहों का प्रधान्य स्थान है।
मनुष्य - मनुष्य का द्रोह,
शासकों के
अन्याय , अत्याचार, भ्रष्टाचार
आदि का दंड- व्यवस्था,
मानव निर्मित न्यायालस में नहीं।
नव- ग्रहौं के दंड - फल से कोई
बच नहीं सकता।
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