Saturday, July 2, 2016

संयम सीखो , शान्ति पाओ.

ख्यालों की दुनिया , ख़्वाबों की दुनिया, नशीली दुनिया, शैतानीदुनिया,

हो जाती है शोभा के नशे की इश्क की दुनिया.

आदी काल से आज तक इश्क के नाम मरते हैं इंसान.

लडाइयां होती हैं इश्क के नाम.

हत्याएँ --आत्महत्याएं , अनाथ बच्चे, गर्भपात सब शैतानियत होते हैं

इश्क के नाम, कितने मजनूयें ,कितनी लैलायें, कितने पागल,


रावणसीता ले गया,कितनेहज़ार मरे गलत इश्क का परिणाम.

इशक -इश्क-इश्क भूल जाता है इंसान अपना कर्तव्य,

भूल जाता है इंसानियत ,तमिलनाडु की हृदयविदारक घटना,

एक तरफा इश्क, लडकी ने नमाना, कर दिया हत्या.

शैतानियत इश्क जहा में न हो मनुष्यजीवन में न बेचैनियाँ.

सनातन धर्म की सीख संयम ,आत्म नियंत्रण, ईश्वर ध्यान,

आयुर्वेद कहता है शुक्ल नियंत्रण , शुक्लपतन ही दुर्बलता
.
सोचो,विचारों बनो आत्मसंयमी. संयम सीखो , शान्ति पाओ .

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