Wednesday, July 6, 2016

वीरों को सलाम

वीरों  को  कैसा  हो  वसंत - एक कविता  
  मैंने बचपन में  पढी।  
वसंत हमारे  जीवन में  है जरूर।
हम सुरक्षित है  जरूर।
पर उन देश भक्त वीरों की प्रशंसा  में,
कविताएँ  यशोगान अति  कम।
कितनी सरदी,बरफ की तूफान।
आतंकियों का  हमला,
बाढ का  हमला,
शत्रुओं  का  हमला,
  सब समय तो हमारा है वसंत।
वीरों    को? जरा सोचो?
बमें ऊपर से गिरेंगी या भूमि के अंदर  से फटेंगी।
पता  नहीं।  हर क्षण जान  खतरे में।
छद्मवेशी  भारतीय सैनिक - सा  भी।
खतरा, खतरा, खतरा, चारों ओर ।

हम  है  सुखी जीवन बितानेवालै।
सद्यः रक्षक वीरों को  सलाम।
वीर शहीदों  को श्रद्धांजलियाँ ।।

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