Saturday, December 13, 2014

prem. प्रेम भरी दुनिया ,


  प्रेम भरी दुनिया ,
प्रेम में प्रेरित ,
प्रेम में पुलकित 
प्रेम में प्रमाणित 
प्रेम में मिश्रित 
पल्लवित दुनिया. 
पर ये प्रेम व्यक्तिगत हो तो 
संसार है सनकी. 
सार्वजनिक हो तो मानकी /
दृष्टिगत हो तो वैयक्ति,
शारीरिक हो तो कामुकता। 
ईश्वरगत हो तो आध्यात्मिकता। 
स्वार्थ होतो  भोगी ;
परार्थ हो साधू ;

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