Sunday, October 14, 2018

अनंत काल

अनंत काल  आनंद से  जीने
अनंत पाप जोड़ने ,
पाप से जुड़ने तैयार।
काल  तो तत्काल आएगा  तो
शनैः शनैः दस साल में
बचपन ,जवानी ,प्रौढ़ावस्था, बुढ़ापा ,
जिंदगी खतम।
अस्थायी दुनिया ,अस्थायी जीवन ,पर
तहखाने में अनंत धन।
 सांसदों ,विधायकों ,मंत्रियों !
आप  मंदिर में करते हैं
विशेष  मुख्य अतिथि दर्शन।
फिर भी आप बूढ़े ,असाध्य रोगी ,
मानसिक असंतोष ,
बेचैनी जीवन ,चुनाव में वोट के भिखारी।
मान -अपमान -शाप  सहकर जीने तैयार।
आजादी के बाद ,आजादी के पहले ,
विदेशियों के आने के पहले देश की तरक्की एक
शासक ने सोचा ,काम किया ,
दुसरे ने देश द्रोही बना.
ऐसी ही आज भी कश्मीर विदेशी षड्यंत्र का  शिकार।
तमिलनाडु ें विदेशी धन प्रगति योजना की बाधा।
 अलगवादी की आवाज़ इधर -उधर।
राष्ट्रीय झंडे का  जलन.
पुलिस अधिकारी चोर डाकू के साथ।
बदमाश नायिका के आकर्षण से नायक।
क़ानून की रक्षा वही करता ,ऐसी पैट-कथा.
भारत की आजादी सोउ तक रहना दुष्कर।
किसीने भविष्वाणी  दी.
सुनो ,समझो युवकों ! आजादी और अनंत आनंद से
जीना है तो अपने ही जान-पहचान के प्रतिनिधि चुनो।
कोई अभिनेता-अभिनेत्री  जिसकी बुद्धि
निदेशक के संकेत पर ,
वोट धनियों  के धन देखकर मत दो।
धन लेकर मत दो;
भ्रष्टाचारियों के चढ़ावा पूजा-पाठ देकर मत दो.
इंसान की इंसानियत देकर दो.

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