Wednesday, October 24, 2018

सदा आभारी रहूँगा

मुख-पुस्तिका के विभिन्न
हिंदी प्रेमी दलों के
सभी व्यवस्थपक ,सदस्य, प्रशासक,
विचारक सब को प्रणाम.
अपनी हिंदी, अपने विचार,
अपनी शैली के
विचार से
मैं रोज अपने मन में
उठे विचारों को
यथार्थ रूप से
व्यक्त कर रहा हूँ.
सब दलों ने स्वीकारा है,
चाहा है. रायें व्यक्त की है.
प्रेरणा और प्रोत्साहन मिल रहा है.
तदर्थ सबको हृदय तल से धन्यवाद.
सदा आभारी रहूँगा.

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