Saturday, October 27, 2018

छली आत्माएं

भाग्यवान पद पाते हैं ;पर
पद पाकर सद्यः फल के लिए
भ्रष्टाचार करनेवालों को
न्याय के पक्ष न रहनेवालों को
भगवान के प्रति न भय।
देश के प्रति न भक्ति।

समाज के प्रति ,
अपनी भावी परंपरा के प्रति
न कोई प्रेम।
अशाश्वत पद ,
नश्वर दुनिया
जान -पहचान कर भी
धन जोड़ फिर तन छोड़
आत्माएँ
देखेंगी अपनी पीढ़ियों के
सुख -दुःख
छली आत्माएँ
देखेंगी अपनी पीढ़ियों के
संकटमय स्तिथि।
आज मेरे मन में उठे विचार।

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