ईश्वर सृष्टित मनुष्य को आदर्श पथ दिखाता।
ईश्वर भक्त बनो ,
ईमानदार से रहो।
ईख रस मधुर रस बने जीवन।
ईकारांत इयाँ में अपने को ह्रस्व बनाना
दीर्घ दर्शी , दीनानाथ ,
वीर ,वीरांगना ,
ई -स्वर ईश्वरानुभूति
ईश्वरत्व।
ईश्वर भक्त बनो ,
ईमानदार से रहो।
ईख रस मधुर रस बने जीवन।
ईकारांत इयाँ में अपने को ह्रस्व बनाना
दीर्घ दर्शी , दीनानाथ ,
वीर ,वीरांगना ,
ई -स्वर ईश्वरानुभूति
ईश्वरत्व।
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