Wednesday, October 3, 2018

अहिंसा

स्वरचित -यस। अनंत कृष्णन

अहिंसा

अहिंसा द्वारा आजादी ,
भारत विश्व वंद्य ,
शान्ति प्रिय
देश--विश्व विख्यात।
आजादी के बाद
श्री मोहनदास करमचंद की हत्या।
इंदिरा गांधीजी के शासन में
नागरवाला, एल। एन। मिश्रा , कुछ पुलिस अधिकारी
इंदिरा गांधी , राजिव गाँधी ,
छल कपट से संजयदत्त ,
सलमानखान के द्वारा या सहायता से , मुम्बई खेदजनक घटनाएँ। भोले भाले लोगों की हत्या। बम मारी तमिलनाडु में।
कश्मीर में पत्थर मारी,
वीर सैनिकों की हत्याएं,
इंदिरा गांधीजी मृत्यु के होते
सिक्खों की हत्याएँ
शान्ति भंग
जयललिता चंगा होने ३२ आत्महत्याएं

उनके परिवार को क्षति पूर्ती ,
अप्रत्यक्ष रूप में हिंसा ही चुनाव प्रधान
सांसद विधायक में अपराधी अधिक।
न्यायालय भी हरा झंडा अपराधियों को
चुनाव लड़ने की अनुमति।
राजनैतिक दलों के बंद ,
घेरो ,संग्राम में सार्वजनिक , आम जनता के वाहनों का जलन,
सड़क बंद,रेल रोकना ,
इनके पीछे राजनैतिक दल ,
अहिंसा केलिए ,शान्ति के लिए , इंसानियत केलिए
सम्प्रदाय मज़हब जातीय ,संग्राम
आजादी के बाद निर्दयी
हिन्दू -मुस्लिम रक्त प्रवाह।
आज तक ऐसे ही गुजरात की घटना प्रमाण।
रामजन्म भूमि की घटनाएँ
कश्मीरी ब्राहणों की हत्याएँ ,
अहिंसा के बारे में
सर ऊँचा करके लिखना
अंग्रेज़ी माध्यम शिक्षा ,
भारतीय भाषाओं को नालायक ठहराना
सर शर्मिन्दा से झुकना पड़ता है.
जीभ द्वारा अहिंसा केवल,
अंतर्मन में विश्व भर हिंसा।
कला पूर्ण विनायक शिला को
हिन्दू छिन्न भिन्न करने फेंकता।
मंदिर मुसलान तोड़ता बुद्ध की विशाल मूर्ति ,
हिंसा के घोर तांडव भू कम्प ,सुनामी
वही इंसानियत को बनाये रखता।
सुखावस्था में मनुष्यता पशुत्व बन जाता।

No comments:

Post a Comment