Saturday, June 23, 2012

13.mantriमंत्री=अमात्य=सामंत++++

मंत्री को राजा से प्रत्यक्ष बोलने का एक समय भी है;  युद्ध -भूमि जाने के पहले अर्थ,शस्त्र ,काल,कर्म,स्थान    शत्रु-बल,  आदि  अपने  राजा  के अनुकूल  न  हो  तो युद्ध करने की  सलाह न  देना  मंत्री का काम  होता  है।. राजा को   सलाह  देने का अधिकार   मंत्री  को  है।
 अर्थ का मतलब है-शत्रु के धन और अपना धन। उसमें  लाभ-नष्ट पर भी ध्यान रखना है।

शस्त्र --सेना =शत्रु  और अपनी सेना ,अस्त्र-शस्त्र  अपने और शत्रु के .

काल--अपने और शत्रु के अनुकूल और प्रतिकूल समय जानना।

क्रिया---अपने और शत्रु के युद्ध कौशल समझ लेना।

स्थान--अपने और शत्रु के जीतने और हारने का स्थान।

कुरल:  पोरुल ,करुवी,कालम ,विने यिड नोडैन्तुम   इरुटीर  एन्निच्चेयल।

ASSUME  THE RESPONSBILITY  FOR AN UNDERTAKING ONLY AFTER UNDERSTANDING CLEARLY THE COSTS INVOLVED THE PURPOSE OF THE UNDERTAKING ,THE DURATION AND THE PLACE OF ACTION.
वल्लुवर बड़ी बात को सक्षेप में कहने  में सिद्धहस्त थे।उनकी उपमा विचित्र होता है।

एक कर्म के बल पर दुसरे कर्म को कर लेना ऐसी बात है ,जैसे एक प्रशिक्षित हाथी  (कुमुकी) की सहायता से एक जंगली मदमस्त हाथी को पकड़ना।

पूँजी  एक भाग है तो लाभ दुगुना।

कुरल:  विनैयाल  विनैयाक्किक कोडन नैकवुल  यानैयाल  यानै यात्तटरु।

अंग्रेजी अनुवाद देखिये---ONCE A PROJECT IS SUCCESSFULLY COMPLETED ,USE IT TO WIN NEW CONTRACTS LIKE CAPTURING WILD ELEPHANTS BY USING A TRAINED ONE THAT IS ON HEAT.

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