" सीखने की चाह रखनेवाले बच्चे को जन्म ही लेना असंभव है।
माता-पिता की ही देखरेख से और सही मार्ग के दर्शन से
बच्चा सीखने लगता है।
शिशु अपने छोटे हाथ से भात को रौंदता है
माता-पिता उस क्रिया से अत्यंत खुश होते हैं।
वे उसे अमृत समझते हैं।
g.u.pope---THE RICE IN WHICH THE LITTLE HAND OF THEIR CHILDREN HAS DABBLED
WILL BE FAR SWEETER THAN AMBROSIA.
RATNAKUMAR----NOTHING TASTES MORE DELICIOUS TO PARENTS THAN THE UNFINISHED BOWL OF PORRIDGE LEFT BEHIND BY THEIR CHILDREN.
कुरल: अमिलतिनितु एन माट्टार , तम मक्कल सिरुकई अलाविय कूळ .
माता-पिता की ही देखरेख से और सही मार्ग के दर्शन से
बच्चा सीखने लगता है।
शिशु अपने छोटे हाथ से भात को रौंदता है
माता-पिता उस क्रिया से अत्यंत खुश होते हैं।
वे उसे अमृत समझते हैं।
g.u.pope---THE RICE IN WHICH THE LITTLE HAND OF THEIR CHILDREN HAS DABBLED
WILL BE FAR SWEETER THAN AMBROSIA.
RATNAKUMAR----NOTHING TASTES MORE DELICIOUS TO PARENTS THAN THE UNFINISHED BOWL OF PORRIDGE LEFT BEHIND BY THEIR CHILDREN.
कुरल: अमिलतिनितु एन माट्टार , तम मक्कल सिरुकई अलाविय कूळ .
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