शासक जो भी हो,सब के लिए लाभप्रद बातें अर्थ अधिकार देते हैं।फिर भी अठारह अधिकारम 100% एक शासक या प्रशासक के लिए अत्यंत उपयोगी हैं।उनमें अठारह अधिकारं में नौ अधिकारं शासकों को सोचने-समझने के लिए हैं ,और नौ अधिकारं कार्यान्वित करने केलिए हैं।
सोचने-समझने के अधिकार हैं---ज्ञान,मंत्रीत्व,व्यक्तित्व,शासन,स्थान-पहचान,जासूसी,नीचता,समय-पहचान,उत्कृष्टता आदि ।
कार्यान्वित करने के अधिकारं हैं---दुर्ग-सुरक्षा,जान-समझकर कार्य करने का मार्ग,जानकर -स्पष्ट होना,जानकर कर्म करना,सेना-संचालन,बड़ों की सलाह और सहायक लेना,अर्थों के कार्यान्वयन का मार्ग,बल-जानना,कर्म करने के तरीके आदि।
सोचने-समझने के अधिकार हैं---ज्ञान,मंत्रीत्व,व्यक्तित्व,शासन,स्थान-पहचान,जासूसी,नीचता,समय-पहचान,उत्कृष्टता आदि ।
कार्यान्वित करने के अधिकारं हैं---दुर्ग-सुरक्षा,जान-समझकर कार्य करने का मार्ग,जानकर -स्पष्ट होना,जानकर कर्म करना,सेना-संचालन,बड़ों की सलाह और सहायक लेना,अर्थों के कार्यान्वयन का मार्ग,बल-जानना,कर्म करने के तरीके आदि।
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