तिरुवल्लुवर इस कुरल में जो "कुड़ी "शब्द का प्रयोग किया है,उसे विद्वान "किसान " कहते हैं।
अव्वैयार का मुक्त-गीत का भी उल्लख करते हैं।
नूलेनिलो कोल्सायुम नुन्दमरेल वेंचमराम
कोलेनिलो वानगे कुडीसायुम---नूलावान
मंत्रियुमावान वलिक्कुत्तुनैयावान अन्तअरसे अरसु।
इसमें कवयित्री ने कहा है कि बिना सलाह के राजा का पतन होगा;उनका शासन ठीक नहीं है तो किसान /प्रजा का कष्ट होगा। वही सरकार सरकार है जो अच्छी सलाह दें;मार्ग का सहायक बने;मंत्री बने।
ratna kumaar :A MINISTER IS ONE WHO IS BRAVE,ABLE TO TAKE CARE OF THE PEOPLE,EAGER TO LEARN ETHICS OF POLITICS,ABLE TO DO RIGHT THINGS AND IS WILLING TO PERSEVERE. यह रत्नकुमार का हिंदी अनुवाद है तिरुक्कुरल का।
जी।यू।पोप का अनुवाद:----
THE MINISTER IS ONE WHO IS ADDITION TO THE AFORESAID FIVE THINGS EXCELS IN THE POSSESSION OF FIRMNESS,PROTECTION OF SUBJECTS,CLEARNESS BY LEARNING AND PERSEVERANCE. पोप ने इसका शीर्षक भी दिया है:-THE OFFICE OF MINISTER OF STATE.
मंत्री के बारे में बोलते समय मंत्री के स्वभाव,गुण,कार्य आदि पर भी ध्यान देना चाहिए।उसको पंचेद्रियों का नियंत्रण और पवित्रता की भी जरूरत है।एक कहावत है कि किताब की लौकी ,पकाने का काम नहीं आयेगा। अर्थात एक मंत्री के लिए ग्रंथों का ज्ञान मात्र काफी नहीं है;सांसारिक ज्ञान की भी जरूरत है।
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