काल्पनिक क़ानून उपन्यास वह है,जो नहीं है,उस के आधार पर का क़ानून।
. बुराई करनेवाला जो सत्य है,वह मत बोलो।
वल्लुवर ने इस पर बल देकर कहा कि कल्याण करनेवाला
झूठ सच नहीं है; लेकिन सच माना जाएगा।
इसे क़ानून विशेषज्ञ स्वीकृत सत्य (deemed truth) कहते है। जो सत्य नहीं है,वह सत्य है ; उसे आजकल के क़ानून विशेषज्ञ मानते हैं।
यह काल्पनिक क़ानून उपन्यास को वल्लुवर ने हज़ार साल पहले ही चालू कर दिया।
वल्लुवर के समय के तत्वज्ञ प्लेटो ने न्याय विभाग पर ध्यान नहीं दिया।यह इतिहास का सत्य है।
अपराधियों को दंड देना क़ानून है।
वैसे दंड देते समय मनुष्यता पर ध्यान दिया जाता है।
दिल में अपराध के विचार के बिना अपराध करना अपराध नहीं है।बिना षड्यंत्र के अकस्मात् अपराध के व्यवहार का अपराध अपराध नहीं है।
दिल और व्यवहार दोनों जुड़कर अपराध करना कानूनी अपराध है।पूर्व तैयारियों और छल-कपट से जो अपराध करते है, वही कठोर दंडनीय अपराध माना जाता है।
न्यायाधिपति
. बुराई करनेवाला जो सत्य है,वह मत बोलो।
वल्लुवर ने इस पर बल देकर कहा कि कल्याण करनेवाला
झूठ सच नहीं है; लेकिन सच माना जाएगा।
इसे क़ानून विशेषज्ञ स्वीकृत सत्य (deemed truth) कहते है। जो सत्य नहीं है,वह सत्य है ; उसे आजकल के क़ानून विशेषज्ञ मानते हैं।
यह काल्पनिक क़ानून उपन्यास को वल्लुवर ने हज़ार साल पहले ही चालू कर दिया।
वल्लुवर के समय के तत्वज्ञ प्लेटो ने न्याय विभाग पर ध्यान नहीं दिया।यह इतिहास का सत्य है।
अपराधियों को दंड देना क़ानून है।
वैसे दंड देते समय मनुष्यता पर ध्यान दिया जाता है।
दिल में अपराध के विचार के बिना अपराध करना अपराध नहीं है।बिना षड्यंत्र के अकस्मात् अपराध के व्यवहार का अपराध अपराध नहीं है।
दिल और व्यवहार दोनों जुड़कर अपराध करना कानूनी अपराध है।पूर्व तैयारियों और छल-कपट से जो अपराध करते है, वही कठोर दंडनीय अपराध माना जाता है।
न्यायाधिपति
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